एम. फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं | M. Pharma Me Kitne Subject Hote Hai

दोस्तों, इस लेख में हम आपको M Pharma me Kitne Subject Hote hai, इसके बारे में बताएंगे। इससे पहले आपको बता दें कि एम फार्मा जिसका पूरा नाम मास्टर ऑफ फार्मेसी है, एक दो साल का स्पेशलाइज्ड कोर्स है जिसमें दवाइयों के निर्माण, गुणवत्ता नियंत्रण, ड्रग्स रिसर्च और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के अन्य पहलुओं पर गहराई से अध्ययन किया जाता है। एम फार्मा करने के बाद करियर की कई संभावनाएं होती हैं। आइए जानते हैं एम फार्मा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।

एम फार्मा के लिए योग्यता

एम फार्मा (मास्टर ऑफ फार्मेसी) करने के लिए आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/कॉलेज से बी फार्मा यानी बैचलर आफ फार्मेसी की डिग्री होनी आवश्यक है।

एम फार्मा के लिए कॉलेज का चयन

एम फार्मा कोर्स करने के लिए एक बेहतर कॉलेज का चयन करना बेहद जरूरी है ताकि आप इस क्षेत्र में गहराई से ज्ञान प्राप्त कर सकें। आप एम फार्मा सरकारी और प्राइवेट कॉलेज से कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में एम फार्मा के लिए कैसे एडमिशन लें।

सरकारी कॉलेज से एम फार्मा: सरकारी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आपको GPAT (राष्ट्रीय स्तर), NIPER JEE (राष्ट्रीय स्तर) जैसी परीक्षाएं देनी होती हैं। वहीं, राज्य स्तर पर UPSEE (उत्तर प्रदेश), UKSEE (उत्तराखंड), OJEE (ओडिशा), TS PGECET (तेलंगाना), MAH MPH CET (महाराष्ट्र) जैसी प्रवेश परीक्षाएं देनी होती हैं। यहां आपको आपकी रैंक के मुताबिक सरकारी कॉलेज में दाखिला दिया जाता है। यदि आपकी रैंक सरकारी कॉलेज के लिए पर्याप्त नहीं है, तो आपको काउंसलिंग के माध्यम से प्राइवेट कॉलेज प्रोवाइड किया जा सकता है।

प्राइवेट कॉलेज से एम फार्मा: प्राइवेट कॉलेज से एम फार्मा करने के लिए किसी भी प्रकार का एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता नहीं होती है। कुछ कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम आयोजित कराते हैं, लेकिन अधिकतर कॉलेज डायरेक्ट एडमिशन देते हैं। हालांकि, प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते वक्त कॉलेज की प्रतिष्ठा और पढ़ाई के स्तर की जांच आवश्यक है।

एम फार्मा की फीस कितनी होती है?

सरकारी कॉलेज में एम फार्मा की फीस सालाना 20,000 से 1,00,000 के बीच होती है, वहीं प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो यह सालाना 1,00,000 से अधिक हो सकती है। यह कॉलेज की प्रतिष्ठा और अन्य सुविधाओं पर निर्भर करती है।

M Pharma Me Kon Kon se Subject Hote Hai

जैसा कि हमने बताया, एम फार्मा एक 2 साल का स्पेशलाइज्ड कोर्स है जिसमें कुल चार सेमेस्टर होते हैं। छात्रों को फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फार्मास्युटिक्स, फार्माकॉग्नोसी, फार्मास्युटिकल एनालिसिस, बायोटेक्नोलॉजी, क्वालिटी एश्योरेंस, रेगुलेटरी अफेयर्स, क्लिनिकल रिसर्च, बायोस्टैटिस्टिक्स, ड्रग मैनेजमेंट, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग, फार्मास्युटिकल बायोकेमिस्ट्री, रिसर्च मेथडोलॉजी जैसे किसी एक विषय के साथ एम फार्मा करना होता है।

हमने कुछ फील्ड वॉइस सब्जेक्ट लिस्ट नीचे दी हैं-

1. फार्मास्यूटिक्स (Pharmaceutics) – MPH

Semester I

  • मॉडर्न फार्मास्यूटिकल एनालिटिकल टेक्नीक्स
  • ड्रग डिलीवरी सिस्टम
  • मॉडर्न फार्मास्यूटिक्स
  • रेगुलेटरी अफेयर्स
  • फार्मास्यूटिक्स प्रैक्टिकल-I
  • सेमिनार/असाइनमेंट

Semester II

  • मोलेक्यूलर फार्मास्यूटिक्स (Nano Tech and Targeted DDS)
  • एडवांस्ड बायोफार्मास्युटिक्स एंड फार्माकोकाइनेटिक्स
  • कंप्यूटर एडेड ड्रग डिलीवरी सिस्टम
  • कॉस्मेटिक्स एंड कॉस्मेस्यूटिकल्स
  • फार्मास्यूटिक्स प्रैक्टिकल-II
  • सेमिनार/असाइनमेंट

2. इंडस्ट्रियल फार्मेसी (Industrial Pharmacy) – MIP

Semester I

  • मॉडर्न फार्मास्यूटिकल एनालिटिकल टेक्नीक्स
  • फार्मास्यूटिकल फॉर्मूलेशन डेवलपमेंट
  • नोवल ड्रग डिलीवरी सिस्टम्स
  • इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स
  • इंडस्ट्रियल फार्मेसी प्रैक्टिकल-I
  • सेमिनार/असाइनमेंट

Semester II

  • एडवांस्ड बायोफार्मास्यूटिक्स एंड फार्माकोकाइनेटिक्स
  • स्केल अप एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर
  • फार्मास्यूटिकल प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी
  • एंटरप्रेन्योरशिप मैनेजमेंट
  • इंडस्ट्रियल फार्मेसी प्रैक्टिकल-II
  • सेमिनार/असाइनमेंट

3. फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री (Pharmaceutical Chemistry) – MPC

Semester I

  • मॉडर्न फार्मास्यूटिकल एनालिटिकल टेक्नीक्स
  • एडवांस्ड ऑर्गैनिक केमिस्ट्री-I
  • एडवांस्ड मेडिसिनल केमिस्ट्री
  • केमिस्ट्री ऑफ नेचुरल प्रोडक्ट्स
  • फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री प्रैक्टिकल-I
  • सेमिनार/असाइनमेंट

Semester II

  • एडवांस्ड स्पेक्ट्रल एनालिसिस
  • एडवांस्ड ऑर्गैनिक केमिस्ट्री-II
  • कंप्यूटर एडेड ड्रग डिजाइन
  • फार्मास्यूटिकल प्रोसेस केमिस्ट्री
  • फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री प्रैक्टिकल-II
  • सेमिनार/असाइनमेंट

4. फार्मास्यूटिकल एनालिसिस (Pharmaceutical Analysis) – MPA

Semester I

  • मॉडर्न फार्मास्यूटिकल एनालिटिकल टेक्नीक्स
  • एडवांस्ड फार्मास्यूटिकल एनालिसिस
  • फार्मास्यूटिकल वैलिडेशन
  • फूड एनालिसिस
  • फार्मास्यूटिकल एनालिसिस प्रैक्टिकल-I
  • सेमिनार/असाइनमेंट

Semester II

  • एडवांस्ड इंस्ट्रुमेंटल एनालिसिस
  • मॉडर्न बायो-एनालिटिकल टेक्नीक्स
  • क्वालिटी कंट्रोल एंड क्वालिटी एश्योरेंस
  • हर्बल एंड कॉस्मेटिक एनालिसिस
  • फार्मास्यूटिकल एनालिसिस प्रैक्टिकल-II
  • सेमिनार/असाइनमेंट

5. फार्मास्यूटिकल क्वालिटी एश्योरेंस (Pharmaceutical Quality Assurance) – MQA

Semester I

  • मॉडर्न फार्मास्यूटिकल एनालिटिकल टेक्नीक्स
  • क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम
  • क्वालिटी कंट्रोल एंड क्वालिटी एश्योरेंस
  • प्रोडक्ट डेवलपमेंट एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर
  • फार्मास्यूटिकल क्वालिटी एश्योरेंस प्रैक्टिकल-I
  • सेमिनार/असाइनमेंट

Semester II

  • हैजार्ड्स एंड सेफ्टी मैनेजमेंट
  • फार्मास्यूटिकल वैलिडेशन
  • ऑडिट्स एंड रेगुलेटरी कम्प्लायंस
  • फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी
  • फार्मास्यूटिकल क्वालिटी एश्योरेंस प्रैक्टिकल-II
  • सेमिनार/असाइनमेंट

थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर (कॉमन सभी फील्ड्स के लिए)

Semester III

  • रिसर्च मेथडोलॉजी एंड बायोस्टैटिस्टिक्स
  • जर्नल क्लब
  • डिस्कशन/प्रेजेंटेशन (प्रपोजल प्रेजेंटेशन)
  • रिसर्च वर्क

Semester IV

  • जर्नल क्लब
  • डिस्कशन/फाइनल प्रेजेंटेशन
  • रिसर्च वर्क

एम फार्मा करने के बाद करियर की संभावनाएं

फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री : आप फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में प्रोडक्ट डेवलपर, क्वालिटी कंट्रोल और क्वालिटी इंश्योरेंस एक्सपर्ट, और मार्केटिंग मैनेजर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।

रेगुलेटरी एजेंसी : एम फार्मा के बाद आप रेगुलेटरी एजेंसी में जा सकते हैं, जहां आप रेगुलेटरी ऑफिसर या दावा नियम विशेषज्ञ के रूप में काम कर सकते हैं।

फार्मास्यूटिकल मार्केटिंग : फार्मास्यूटिकल मार्केटिंग एक अच्छा विकल्प है। कई लोग एम फार्मा के बाद इस क्षेत्र में अपना करियर बनाते हैं, जहां आप मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव या प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में काम कर सकते हैं।

रिसर्च और डेवलपमेंट : इस क्षेत्र में आप एक रिसर्च स्कॉलर या सीनियर रिसर्च एसोसिएट के रूप में काम कर सकते हैं।

प्राकृतिक उत्पाद और आयुर्वेद : एम फार्मा करने के बाद प्राकृतिक उत्पादों और आयुर्वेद के क्षेत्र में जाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस क्षेत्र में आप रिसर्च एंकर या प्रोडक्ट डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं।

एंटरप्रेन्योर : दोस्तों, एम फार्मा करने के बाद अधिकतर लोग अपना खुद का बिजनेस करते हैं। इसके लिए आप अपनी खुद की फार्मेसी खोल सकते हैं।

FAQs – M Pharma Me Kitne Subject Hote Hai

Question : M Pharma में कुल कितने सब्जेक्ट होते हैं?

Answer – आपको बता दें कि M Pharma में कई होते हैं, जो की इस प्रकार से हैं – फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फार्मास्युटिक्स, फार्माकॉग्नोसी, फार्मास्युटिकल एनालिसिस, बायोटेक्नोलॉजी, क्वालिटी एश्योरेंस, रेगुलेटरी अफेयर्स, क्लिनिकल रिसर्च, बायोस्टैटिस्टिक्स, ड्रग मैनेजमेंट, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग, फार्मास्युटिकल बायोकेमिस्ट्री, रिसर्च मेथडोलॉजी।

Question : M Pharma की फीस कितनी होती है?

Answer – सरकारी कॉलेजों में M Pharma की फीस 20,000 से 1,00,000 रूपए तक होती है जबकि प्राइवेट कॉलेजों की फीस 1,00,000 से अधिक हो सकती है।

Question : एम फार्मा में क्या-क्या बन सकते हैं?

Answer – एम फार्मा पूरा करने के बाद आप फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री, रेगुलेटरी एजेंसियां, रिसर्च और डेवलपमेंट, प्राकृतिक उत्पादों का विकास और एंटरप्रेन्योरशिप जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।

निष्कर्ष :

दोस्तों इस लेख में मैंने आपको एम फार्मा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी है इसमें आपको बताया गया है कि एम फार्मा करने के लिए कितनी योग्यता होनी चाहिए, एम फार्मा की फीस कितनी होती है, कॉलेज का चयन कैसे करें M Pharma Me Kitne Subject Hote Hai है, करियर की किया संभावनाएं होती है। अगर आपके पास एम फार्मा से संबंधित कोई प्रश्न हो तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। ये लेख आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके। हमारा यह लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद।

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