इस लेख में हम आपको BCom me Kitne Subject Hote hai, इसके बारे में बताने वाले हैं। इससे पहले आपको बता दें कि बीकॉम जिसका पूरा नाम बैचलर ऑफ कॉमर्स है, एक 3 साल का स्नातक कोर्स है जिसमें कुल 6 सेमेस्टर होते हैं। यह कोर्स छात्रों को अकाउंटिंग, फाइनेंस, टैक्सेशन, बिजनेस लॉ, इकोनॉमिक्स और अन्य व्यावसायिक विषयों की जानकारी प्रदान करता है। बीकॉम करने के बाद छात्रों के पास करियर के कई ऑप्शन होते हैं। यदि आप भी 12वीं के बाद बीकॉम करना चाहते हैं, तो यह बात आपको जानना इंपॉर्टेंट है कि बीकॉम में कितने सब्जेक्ट होते हैं।
बीकॉम कितने प्रकार के होते हैं?
दोस्तों, 12वीं के बाद कई छात्र बीकॉम कोर्स का चयन करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि बीकॉम के भी प्रकार होते हैं? जी हां, बीकॉम दो प्रकार से किया जा सकता है– बीकॉम जनरल और बीकॉम ऑनर्स। बीकॉम जनरल में आपको विभिन्न कॉमर्स और बिजनेस विषयों का सामान्य ज्ञान प्राप्त होता है। इसमें छात्र अकाउंटिंग, बिजनेस स्टडीज, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस, मार्केटिंग और मैनेजमेंट जैसे विषय पढ़ाते हैं। यह कोर्स उन छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो कॉमर्स में एक व्यापक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं।
वहीं दूसरी ओर, बीकॉम ऑनर्स की बात करें तो इसमें छात्रों को किसी एक विशेष विषय में गहन अध्ययन करना होता है। इसमें छात्र अकाउंटिंग, फाइनेंस, इकोनॉमिक्स, बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, मार्केटिंग, मैनेजमेंट, टैक्सेशन, इंटरनेशनल बिजनेस, ऑडिटिंग, एंटरप्रेन्योरशिप, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, बिजनेस एनालिटिक्स, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और ई-कॉमर्स जैसे विषय के साथ बीकॉम ऑनर्स कर सकते हैं।
बीकॉम के लिए कॉलेज
बीकॉम करने के लिए एक अच्छे कॉलेज का चयन करना काफी महत्वपूर्ण है। आप सरकारी और प्राइवेट कॉलेज से बीकॉम कर सकते हैं। अमूमन सरकारी कॉलेज और यूनिवर्सिटीज एंट्रेंस एग्जाम के थ्रू दाखिला देते हैं। वहीं प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो यहां पर आपको किसी भी प्रकार का एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता नहीं होती, यहां पर आपको डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है।
बीकॉम की फीस कितनी होती है?
बीकॉम की फीस अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग होती है। अमूमन प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले सरकारी कॉलेज की फीस कम होती है। यदि आप सरकारी कॉलेज से बीकॉम करना चाहते हैं तो यहां पर प्रति वर्ष 5,000 रुपए से 30,000 रुपए फीस लग सकती है। वहीं प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो यहां बीकॉम की फीस अधिक होती है। अमूमन प्राइवेट कॉलेज में बीकॉम की फीस 30,000 रुपए से 2,00,000 रुपए प्रति वर्ष या उससे अधिक हो सकती है। यह कॉलेज की इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी, सुविधाओं और प्रतिष्ठा पर निर्भर करती है। सरकारी कॉलेज में कम फीस के साथ आपको अच्छी शिक्षा मिल सकती है, जबकि प्राइवेट कॉलेज में अधिक सुविधाओं के साथ ज्यादा फीस देनी होती है।
BCom Me Kon Kon se Subject Hote Hai
जैसा कि हमने बताया बीकॉम एक तीन साल का स्नातक कोर्स है जिसमें 6 सेमेस्टर होते हैं। इन सेमेस्टर में छात्रों को विभिन्न विषय पढ़ाए जाते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य विषय इस प्रकार हैं:
- फाइनेंस अकाउंटिंग
- बिजनेस फाइनेंस
- माइक्रोइकोनॉमिक्स
- मैक्रो इकोनॉमिक्स
- कंपनी लॉ एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस
- गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स
- प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ़ मार्केटिंग
- ह्यूमन बिहेवियर एट वर्क
- मैनेजिंग ह्यूमन रिसोर्सेज
- पब्लिक फाइनेंस
बीकॉम सेमेस्टर वाइज सब्जेक्ट
सेमेस्टर I
- फाइनेंस अकाउंटिंग (Finance Accounting)
- बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन (Business Organization)
- माइक्रोइकोनॉमिक्स कॉन्सेप्ट, कंस्ट्रक्शन एंड प्रोडक्शन (Microeconomics Concept, Construction and Production)
- करेंसी, बैंकिंग एंड एक्सचेंज (Currency, Banking and Exchange)
- एसेंशियल ऑफ़ मैनेजमेंट (Essentials of Management)
- बिजनेस कम्युनिकेशन (Business Communication)
सेमेस्टर II
- कंपनी अकाउंट्स (Company Accounts)
- बिजनेस लॉज़ (Business Laws)
- माइक्रोइकोनॉमिक्स- एक्सचेंज एंड डिस्ट्रिब्यूशन (Microeconomics – Exchange and Distribution)
- बैंकिंग ऑपरेशंस (Banking Operations)
- ह्यूमन बिहेवियर एट वर्क (Human Behavior at Work)
- कॉन्सेप्ट्स इन वैल्यूएशन (Concepts in Valuation)
सेमेस्टर III
- बिजनेस फाइनेंस (Business Finance)
- प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ़ मार्केटिंग (Principles and Practices of Marketing)
- स्टैटिस्टिकल मेथड्स (Statistical Methods)
- पब्लिक फाइनेंस (Public Finance)
- सेलिंग एंड एडवरटाइजिंग (Selling and Advertising)
- इंट्रोडक्शन ऑफ़ इंटरनेशनल बिजनेस (Introduction of International Business)
सेमेस्टर IV
- कॉस्ट अकाउंटिंग (Cost Accounting)
- कंटेम्पररी ऑडिट (Contemporary Audit)
- फॉरेन ट्रेड ऑफ़ इंडिया (Foreign Trade of India)
- एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट प्रोसीजर एंड डॉक्यूमेंटेशन (Export-Import Procedure and Documentation)
- मैनेजिंग ह्यूमन रिसोर्सेज (Managing Human Resources)
- इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स एंड ई-कॉमर्स (Information Systems and E-Commerce)
सेमेस्टर V
- गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) (Goods and Services Tax)
- लेबर वेलफेयर लॉज़ (Labor Welfare Laws)
- मैक्रो इकोनॉमिक्स (Macroeconomics)
- इंडियन इकोनॉमी (Indian Economy)
- इंस्टिट्यूशनल फ्रेमवर्क फॉर बिजनेस (Institutional Framework for Business)
- बिजनेस ऑपरेशंस (Business Operations)
सेमेस्टर VI
- इनकम टैक्स लॉ एंड अकाउंट्स (Income Tax Law and Accounts)
- प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ़ इंश्योरेंस (Principles and Practices of Insurance)
- अप्लाइड एंड बिजनेस स्टैटिस्टिक्स (Applied and Business Statistics)
- इकोनॉमिक्स ऑफ़ पब्लिक एंटरप्राइजेज (Economics of Public Enterprises)
- कंपनी लॉ एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस (Company Law and Secretarial Practice)
- फंडामेंटल्स ऑफ़ एंटरप्रेन्योरशिप एंड प्रोजेक्ट प्लानिंग (Fundamentals of Entrepreneurship and Project Planning)
- कंप्रीहेंसिव वाइवा-वॉस (Comprehensive Viva-Voce)
ध्यान दें कि विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालयों में विषयों में भिन्नता हो सकती है। इसलिए, छात्रों को अपने संबंधित संस्थान के अनुसार पाठ्यक्रम की पुष्टि उचित होगा।
बीकॉम के बाद करियर
बीकॉम करने के बाद करियर के कई ऑप्शन होते हैं आप विभिन्न सेक्टर में अपना कैरियर बना सकते हैं हमने नीचे कुछ सेक्टर बताए हैं जहां पर आप विभिन्न पदों पर काम कर सकते हैं।
बैंकिंग और फाइनेंस: बीकॉम करने के बाद छात्र बैंकिंग आफ फाइनेंस में अपना कैरियर बना सकते हैं। यहां पर वह बैंक अधिकारी, फाइनेंस एनालिस्ट और इन्वेस्ट बैंकर के तौर पर काम कर सकते हैं।
अकाउंटिंग एंड ऑडिट: छात्र अकाउंटिंग और ऑडिट के क्षेत्र में जा सकते हैं यहां पर वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA), कंपनी सेक्रेटरी (CS) और कैश अकाउंटिंग के तौर पर काम कर सकते हैं।
मार्केटिंग: आज के समय में मार्केटिंग एक अच्छा विकल्प है। छात्र बीकॉम करने के बाद मार्केटिंग में जा सकते हैं। यहां पर वह मार्केटिंग मैनेजर, सेल्स एग्जीक्यूटिव और ब्रांड मैनेजर के तौर पर काम कर सकते हैं।
बिजनेस मैनेजमेंट: यह फील्ड उन छात्रों के लिए बेहद अच्छा है जो बिजनेस के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। यहां पर वह बिजनेस एनालिस्ट, प्रोजेक्ट मैनेजर, एंटरप्रेन्योरशिप जैसे कई करियर विकल्प उपलब्ध होते हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में: दोस्तों बीकॉम करने के बाद आप शिक्षा के क्षेत्र में जा सकते हैं। आप किसी कॉलेज या स्कूल में टीचिंग के रूप में काम कर सकते हैं।
सरकारी नौकरी के क्षेत्र में: बीकॉम करने के बाद कई छात्र सरकारी नौकरियों की तैयारी करते हैं यह एक अच्छा विकल्प होता है। इसमें आप Railway, SSC, UPSC, जैसे कई प्रतिष्ठित परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।
फाइनेंशियल सर्विस के क्षेत्र में: फाइनेंशियल सर्विस एक बेहतरीन फील्ड है। जहां पर आप अपने करियर को बूस्ट कर सकते हैं। इस क्षेत्र में आप फाइनेंशियल एडवाइजर, इंश्योरेंस मैनेजर के तौर पर काम कर सकते हैं।
FAQs – BCom Me Kitne Subject Hote Hai
Question : BCom में कितने Subject होते हैं?
Answer – आपको बता दें की BCom में कई Subject होते हैं। कुछ मुख्य विषय इस प्रकार हैं – फाइनेंस अकाउंटिंग, बिजनेस फाइनेंस, माइक्रोइकोनॉमिक्स, मैक्रो इकोनॉमिक्स,कंपनी लॉ एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस, गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स , प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ मार्केटिंग, ह्यूमन बिहेवियर एट वर्क, मैनेजिंग ह्यूमन रिसोर्सेज, पब्लिक फाइनेंस शामिल होते हैं।
Question : बीकॉम जनरल और बीकॉम ऑनर्स में क्या अंतर है।
Answer – बीकॉम जनरल में विभिन्न कॉमर्स और बिजनेस विषयों का सामान्य ज्ञान प्राप्त होता है। इसमें छात्र अकाउंटिंग, बिजनेस स्टडीज, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस, मार्केटिंग और मैनेजमेंट जैसे विषय पढ़ाते हैं, जबकि बीकॉम ऑनर्स में किसी एक विशेष विषय में गहन अध्ययन करना होता है।
Question : बीकॉम में क्या-क्या बन सकते हैं?
Answer – बीकॉम पूरा करने के बाद आप बैंकिंग और फाइनेंस, अकाउंटिंग एंड ऑडिट, मार्केटिंग, बिजनेस मैनेजमेंट, शिक्षा के क्षेत्र में, सरकारी नौकरी के क्षेत्र में और फाइनेंशियल सर्विस के क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
निष्कर्ष :
दोस्तों, इस लेख में हमने आपको BCom me kitne subject hote hai, इसकी जानकारी दी है। यदि आपके पास इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य पूछे। यह लेख अपने दोस्तों के भी साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके। हमारा यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।