कंप्यूटर साइंस सब्जेक्ट लिस्ट जानें | Computer Science me Kitne Subject Hote hai

दोस्तों, इस लेख हम आपको Computer Science me Kitne Subject Hote hai, इसकी जानकारी देने वाले हैं। इससे पहले आपको बता दें कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जहां छात्रों को कंप्यूटर सिस्टम, सॉफ्टवेयर और प्रोग्रामिंग से जुड़े विषयों पर अध्ययन कराया जाता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए बेहद उपयोगी है जो कंप्यूटर के क्षेत्र में रुचि रखते हैं। इस लेख से हम आपको कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।

कंप्यूटर साइंस के लिए योग्यता

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (CSE) के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ विषयों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।

कॉलेज का चयन

सरकारी कॉलेज: कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के लिए एक अच्छे कॉलेज का चयन करना बेहद ही महत्वपूर्ण है। आमतौर पर कई छात्र सरकारी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रवेश परीक्षाएं देते है। यदि आप भी सरकारी कॉलेज में दाखिला लेना चाहते हैं, तो आपको IIT JEE Main, IIT Advanced और राज्य स्तर पर जैसे UPSEE, MHT-CET, WBJEE, COMEDK UGET प्रवेश परीक्षाएं देनी होगी।

प्राइवेट कॉलेज: प्राइवेट कॉलेज में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने के लिए किसी प्रकार का प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होती है। यहां पर आप सीधे एडमिशन ले सकते हैं हालांकि, इस बात का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जिस कॉलेज में आप एडमिशन ले रहे हैं उस कॉलेज की प्रतिष्ठा और पढ़ाई का स्तर क्या है।

कंप्यूटर साइंस की फीस कितनी होती है

सरकारी कॉलेज: कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की  IIT/NIT की फीस 2 लाख से 3 लाख रुपए प्रति वर्ष होती है, जबकि राज्य स्तर पर बात करें तो यह 20,000 से 1,00,000 रूपए प्रति वर्ष होती है।

प्राइवेट कॉलेज: प्राइवेट कॉलेज कंप्यूटर साइंस की फीस प्रतिवर्ष 1 लाख रूपए से अधिक हो सकती है। यह कॉलेज की प्रतिष्ठा और उसकी सुविधाओं पर निर्भर करती है।

Computer Science Me Kon Kon se Subject Hote Hai

कंप्यूटर साइंस में आमतौर पर कई विषय होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ प्रमुख विषय इस प्रकार हैं:

  • मैथमैटिक्स
  • फिजिक्स
  • केमिस्ट्री
  • ऑपरेटिंग सिस्टम
  • डेटा स्ट्रक्चर्स और एल्गोरिदम
  • डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम
  • ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग
  • कंप्यूटर नेटवर्क्स, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
  • मशीन लर्निंग
  • वेब टेक्नोलॉजी
  • क्लाउड कंप्यूटिंग
  • साइबर सिक्योरिटी
  • प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज
  • थ्योरी ऑफ कम्प्यूटेशन
  • डिजिटल लॉजिक
  • कम्पाइलर डिजाइन
  • कंप्यूटर आर्किटेक्चर

सेमेस्टर वाइज सब्जेक्ट

कंप्यूटर साइंस एक 4 साल का है, जिसमें आपको बीटेक यानी बैचलर आफ टेक्नोलॉजी की डिग्री मिलती है। इसमें कुल मिलाकर 8 सेमेस्टर होते हैं जिनमें विभिन्न सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं।

Semester I

  • फिजिक्स
  • इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स I
  • फंडामेंटल्स ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  •  मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  •  एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजी

Semester II

  • केमिस्ट्री
  • इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स II
  • फंडामेंटल्स ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग /
  • प्रोग्रामिंग फॉर प्रॉब्लम सॉल्विंग
  • सॉफ्ट स्किल्स

Semester III

  • इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स-III
  • यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यू एंड प्रोफेशनल एथिक्स
  • टेक्निकल कम्युनिकेशन
  • डाटा स्ट्रक्चर
  • कंप्यूटर ऑर्गनाइजेशन एंड आर्किटेक्चर
  • डिस्क्रीट स्ट्रक्चर एंड थ्योरी ऑफ लॉजिक

Semester IV

  • इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स IV
  • टेक्निकल कम्युनिकेशन
  • ऑपरेटिंग सिस्टम
  • थ्योरी ऑफ ऑटोमेटा एंड फॉर्मल लैंग्वेजेज
  • ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग विद जावा

Semester V

  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम
  • कम्पाइलर डिजाइन
  • डिजाइन एंड एनालिसिस ऑफ़ एल्गोरिदम
  • डिपार्टमेंटल इलेक्टिव I
  • डिपार्टमेंटल इलेक्टिव II

Semester VI

  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
  • वेब टेक्नोलॉजी
  • कंप्यूटर नेटवर्क्स
  • डिपार्टमेंटल इलेक्टिव III
  • ओपन इलेक्टिव I

Semester VII

  • HSMC-1 / HSMC-2
  • डिपार्टमेंटल इलेक्टिव-IV
  • डिपार्टमेंटल इलेक्टिव-V
  • ओपन इलेक्टिव-II

Semester VIII

  • HSMC-1/HSMC-2
  • ओपन इलेक्टिव-III
  • ओपन इलेक्टिव-IV
  • प्रोजेक्ट

कुछ कॉलेजों और संस्थानों में विषयों में भिन्नता हो सकती है। इसलिए, संबंधित संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट या सिलेबस की जांच करना उचित होगा।

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के बाद करियर

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने के बाद छात्रों के पास करियर की कई संभावनाएं होती हैं। छात्र सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डाटा साइंस और एनालिटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, बैंकिंग और फाइनेंस, ई-कॉमर्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, सरकारी नौकरियां और स्टार्टअप जैसे सेक्टर्स में जा सकते हैं। इन क्षेत्रों में छात्र सॉफ्टवेयर डेवलपर, क्लाउड आर्किटेक्ट, डाटा एनालिसिस, साइबर सिक्योरिटी, एनालिस्ट सिस्टम इंजीनियर, मशीन लर्निंग इंजीनियर, वेब डेवलपर, डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर और प्रोडक्ट मैनेजर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।

FAQs – Computer Science Me Kitne Subject Hote Hai

Question : Computer Science में कितने Subject होते हैं?

Answer – आपको बता दें की Computer Science में कई Subject होते हैं, लेकिन कुछ मुख्य सब्जेक्ट है जो इस प्रकार हैं – इंजीनियरिंग मैथमैटिक्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री, ऑपरेटिंग सिस्टम, डेटा स्ट्रक्चर्स और एल्गोरिदम, डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम, ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग, कंप्यूटर नेटवर्क्स, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, वेब टेक्नोलॉजी, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज, थ्योरी ऑफ कम्प्यूटेशन, डिजिटल लॉजिक, कम्पाइलर डिजाइन और कंप्यूटर आर्किटेक्चर।

Question : Computer Science में Elective Subject का चुनाव करना जरूरी होता है क्या?

Answer – कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई सेमेस्टर वाइज होती है। कुछ समेस्टर में आपको Elective Subject का चुनाव करना होता है।

Question : कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के बाद क्या-क्या बन सकते हैं?

Answer – कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने के बाद छात्र सॉफ्टवेयर डेवलपर, क्लाउड आर्किटेक्ट, डाटा एनालिसिस, साइबर सिक्योरिटी, एनालिस्ट सिस्टम इंजीनियर, मशीन लर्निंग इंजीनियर, वेब डेवलपर, डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर और प्रोडक्ट मैनेजर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।

निष्कर्ष :

इस लेख में आपको Computer Science me kitne subject hote hai, इसकी जानकारी दी है। साथ में फीस, कॉलेज और करियर की संभावनाएं भी बताई है। यदि आपके पास इससे संबंधित किसी भी प्रकार का प्रश्न हैं, तो आप हमें कमेंट कर के पूछ सकते हैं। यह लेख अपने दोस्तों के साथ में भी शेयर करें ताकि उन्हें कंप्यूटर साइंस के बारे में अधिक जानकारी मिल सके। हमारा यह लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद।

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