दसवीं के बाद आईपीएस की तैयारी कैसे करें | IPS Ki Taiyari Kaise Karen

इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि आप 10 वीं के बाद IPS Ki Taiyari Kaise Karen। दोस्तों, कई लोगों का आईपीएस ऑफिसर बनने का सपना होता है, लेकिन शुरुआती दौर में उन्हें इस क्षेत्र में अधिक जानकारी न होने के कारण कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस लेख में हम आपको आईपीएस से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे ताकि आप इस क्षेत्र में अपने करियर के लिए सही निर्णय ले सकें।

सबसे पहले आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि आप दसवीं के बाद सीधे IPS की परीक्षा नहीं दे सकते। इसके लिए आपके पास आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। आइए जानते हैं 10 वीं के बाद IPS की तैयारी के लिए क्या करना चाहिए।

दसवीं के बाद 12वीं कक्षा पास करें

दसवीं के बाद अपनी रुचि के अनुसार साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स में से किसी एक स्ट्रीम से 12वीं कक्षा पास करें। इस दौरान आप IPS की तैयारी भी शुरू कर सकते हैं। आईपीएस की तैयारी के लिए आपको IPS से जुड़े सिलेबस की जानकारी जुटानी चाहिए और NCRT की किताबें पढ़नी शुरू कर देनी चाहिए। इसके साथ ही करंट अफेयर, समाचार पत्र और प्रमुख घटनाओं पर नोट्स बनाना शुरू कर देना चाहिए।

12वीं के बाद ग्रेजुएशन पूरा करें

12वीं के बाद ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करें। इस दौरान आप IPS की तैयारी जारी रखें। इसके लिए आप सामान्य अध्ययन, करंट अफेयर और सी-सैट (CSAT) आदि पर ध्यान दें। समाचार पत्र पढ़ें, जिसमें द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस आपके लिए काफी फायदेमंद होंगी। इसके साथ ही NCRT की किताबें पढ़ें, जिसमें इतिहास, भूगोल, राजनीतिक शास्त्र, अर्थव्यवस्था और समाज शास्त्र जैसे विषय शामिल हों।

IPS अधिकारी बनाने के लिए कौन सी परीक्षा देनी होती हैं?

आपको बता दें कि IPS के लिए कोई सीधी परीक्षा नहीं होती है। इसके लिए आपको UPSC द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) देनी होती है। इस परीक्षा में आपके प्रदर्शन के आधार पर भारत सरकार की तीन प्रमुख सेवाओं में से किसी एक में आपकी नियुक्ति की जाती है, जिसमें IAS (Indian Administrative Service), IPS (Indian Police Service) और IFS (Indian Foreign Service) शामिल हैं।

UPSC परीक्षा का पैटर्न

जैसा कि हमने बताया, IPS के लिए कोई सीधी परीक्षा नहीं होती, इसके लिए यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में मुख्य तीन चरण होते हैं–पहला प्रारंभिक परीक्षा, दूसरा मुख्य परीक्षा और तीसरा साक्षात्कार परीक्षा।

यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा : प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं– जीएस पेपर 1 और जीएस पेपर 2 (CAST)। जीएस पेपर 2 एक क्वालीफाइंग पेपर है जिसमें आपको 33% अंक लाने होते हैं। यदि आप इस अंक से कम लाते हैं तो आप प्रारंभिक परीक्षा में पास नहीं हो पाएंगे, भले ही अपने जीएस 1 पेपर में अच्छे अंक ही क्यों न प्राप्त किए हों।

प्रारंभिक परीक्षा कुल 400 अंकों की होती है, जिसमें जीएस पेपर 1 200 अंक का होता है इसमें 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि पेपर 2 में भी 200 अंक का होता है इसमें 80 प्रश्न पूछे जाते हैं। दोनों पेपर एक ही दिन ऑफलाइन मोड में होते हैं, जिनकी समय अवधि 2 घंटे की होती है। जीएस पेपर 1 में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक 1/3 अंक की कटौती की जाती है, जबकि पेपर 2 में हर गलत उत्तर के लिए 2.5 अंक कटौती की जाती है। इस परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक अंतिम मेरिट में शामिल नहीं किए जाते।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा : यूपीएससी की मुख्य परीक्षा 5 दोनों में आयोजित की जाती है, जिसमें कुल 9 पेपर होते हैं। इसमें दो पेपर भाषा (हिंदी और इंग्लिश) के होते हैं। यह दोनों क्वालीफाइंग पेपर होते हैं, दोनों पेपर 300-300 अंक के होते हैं। बाकी 7 पेपर विषय पर आधारित होते हैं जिसमें एक निबंध, चार सामान्य अध्ययन और दो वैकल्पिक होते हैं। निबंध और सामान्य अध्ययन के पेपर 250-250 अंक के होते हैं।

सामान्य अध्ययन पेपर 1 में भारतीय संस्कृति इतिहास, समाज और भूगोल से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। पेपर 2 में शासन संविधान राजनीतिक और सामाजिक न्याय से प्रश्न पूछे जाते हैं, पेपर 3 में प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता और पर्यावरण जैसे विषयों से प्रश्न होते हैं, जबकि पेपर 4 में नैतिकता, अखंडता और अभिरुचि विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं।

इसके साथ ही वैकल्पिक विषय के दो पेपर भी 250-250 अंकों के होते हैं। उम्मीदवार को कुल 48 वैकल्पिक विषयों में से अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने होते हैं। सभी पेपर 3 घंटे के होते हैं। इनका कुल योग 1750 अंकों का होता है। यदि आपकी मुख्य परीक्षा निकल जाती है, तो आपको साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। इसके कुल 275 अंक होते हैं। इसके बाद अंतिम मेरिट लिस्ट बनाई जाती है, जिसके आधार पर उम्मीदवार का चयन होता है।

IPS की तैयारी के लिए किताबें

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए सही किताबों का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए पुस्तकें

प्रारंभिक परीक्षा के लिए मनोज पांडे की ऑब्जेक्टिव जीएस मैन्युअल और अरिहंत पब्लिकेशन की जनरल स्टडी पेपर 1 जैसे किताबें ले सकते हैं। यह किताबें आपकी प्रारंभिक परीक्षा पास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

सामान्य अध्ययन के लिए पुस्तकें

इतिहास विषय के लिए आप बिपिन चंद्र की भारत का स्वतंत्रता संग्राम और आधुनिक भारत का इतिहास ले सकते हैं। आर. एस. शर्मा की भारत का प्राचीन इतिहास और सतीश चंद्र की भारत का मध्यकालीन इतिहास पुस्तक ले सकते हैं, जो भारत के ऐतिहासिक घटनाक्रमों को गहराई से समझने में आपकी मदद करेगी।

भूगोल के लिए जीएस लियोन की सर्टिफिकेट फिजिकल एंड हुमन ज्योग्राफी और NCRT की कक्षा 6 से 12 की भूगोल की किताबों का अध्ययन कर सकते हैं, जो आपको बुनियादी ज्ञान प्रदान करने में मदद करेगी।

भारतीय राजनीतिक के लिए आप एम. लक्ष्मीकांत की भारतीय राजनीतिक और अर्थव्यवस्था के लिए रमेश सिंह की भारतीय अर्थव्यवस्था पुस्तक आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। इसके साथ ही आपको NCRT की कक्षा 9 से 12 की अर्थव्यवस्था की किताबें भी पढ़नी चाहिए।

पर्यावरण और पारिस्थितिकी के लिए शंकर आईएएस की किताबें आपके लिए काफी मददगार साबित होगी।

निबंध के लिए पुस्तकें

निबंध के लिए आप पुलकित खरे की Essay for civil service and other competitive examination की पुस्तक ले सकते हैं।

वैकल्पिक विषय

वैकल्पिक विषय का चयन करना भी महत्वपूर्ण है। आप अपनी रुचि के अनुसार वैकल्पिक विषय का चयन करें, जो आपकी यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाने में काफी मददगार साबित होगी।

इसके अलावा, रोजाना घटित होने वाली खबरों से भी परिचित रहें। इसके लिए द हिंदू या इंडियन एक्सप्रेस जैसे समाचार पत्र पढ़ें। समय-समय पर पिछले प्रश्न पत्रों को हल करें साथ में मॉक टेस्ट दें।

FAQs – IPS Ki Taiyari Kaise Karen

Question : क्या दसवीं के बाद IPS अधिकारी बन सकते हैं?

Answer – नहीं, दसवीं के बाद आप आईपीएस अधिकारी नहीं बन सकते। इसके लिए कम से कम ग्रेजुएशन की डिग्री होनी आवश्यक है।

Question : IPS अधिकारी बनने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?

Answer – आईपीएस अधिकारी बनने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए। इसके अलावा, जनरल कैटेगरी के लिए अधिकतम आयु 32 वर्ष, ओबीसी कैटेगरी के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष और एससी/एसटी कैटेगरी के लिए अधिकतम आयु 37 वर्ष होनी चाहिए।

Question : आईपीएस अधिकारी बनने के लिए कितनी योग्यता होनी चाहिए?

Answer – आईपीएस अधिकारी बनने के लिए आपके पास आर्ट्स, कॉर्मस या सांइस स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी आवश्यक हैं।

निष्कर्ष :

दोस्तों, इस लेख में हमने आपको IPS Ki Taiyari Kaise Karen इसकी सम्पूर्ण जानकारी दी है। यदि आपके पास इससे संबंधित किसी प्रकार का प्रश्न हो तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। यह लेख अपने दोस्तों को भी शेयर करें ताकि उन्हें भी आईपीएस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके। हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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